Ли Бо  (701-762) 李白, 李太白 Династия Тан

月下独酌 四首 [Юэ ся ду чоу] "Под луной одиноко пью" / "В одиночестве пью под луной"

月下独酌 四首 其一 (花间一壶酒) 1. «Среди цветов стоит кувшин вина…»

花间一壶酒,独酌无相亲。

举杯邀明月,对影成三人。

月既不解饮,影徒随我身。

暂伴月将影,行乐须及春。

我歌月徘徊,我舞影零乱。

醒时同交欢,醉后各分散。

永结无情游,相期邈云汉。

月下独酌 四首 其二 (天若不爱酒) 2. "Не будь столь любо Небесам вино…"

天若不爱酒,酒星不在天。

地若不爱酒,地应无酒泉。

天地既爱酒,爱酒不愧天。

已闻清比圣,复道浊如贤。

贤圣既已饮,何必求神仙。

三杯通大道,一斗合自然。

但得酒中趣,勿为醒者传。

月下独酌 四首 其三 (三月咸阳城) 3. "В Сяньяне птичий гам, взошла луна…"

三月咸阳城,千花昼如锦。

谁能春独愁,对此径须饮。

穷通与修短,造化夙所禀。

一樽齐死生,万事固难审。

醉后失天地,兀然就孤枕。

不知有吾身,此乐最为甚。

月下独酌 四首 其四 (穷愁千万端) 4. "Тоска приходит сотнями дорог…"

穷愁千万端,美酒三百杯。

愁多酒虽少,酒倾愁不来。

所以知酒圣,酒酣心自开。

辞粟卧首阳,屡空饥颜回。

当代不乐饮,虚名安用哉。

蟹螯即金液,糟丘是蓬莱。

且须饮美酒,乘月醉高台。